पुनर्गठन की प्रक्रिया इस प्रकार अपनाई जाएगी
जिले की समितियों के पुनर्गठन के संबंध में जिले के उपपंजीयक, सहायक पंजीयक, सहकारी संस्थाएं दावा-आपत्तियों के आमंत्रण के लिए सूचना का प्रकाशन कराएंगे। यह सूचना समिति, बैंक शाखा और मुख्यालय, विभाग के जिला कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा करने का कार्य पुनर्गठन की प्रक्रिया प्रकाशित होने की तारिख से 5 दिन तक किया जाएगा। समिति के पुनर्गठन के संबंधी प्रस्ताव पर प्रभावित एवं परिणामी सोसाईटी के सदस्य, सोसाइटियों और बैंक शाखा अन्य द्वारा दावा-आपत्तियां 15 दिवस की समयावधि में जिले के पंजीयक के समक्ष 3 प्रतियों में प्रस्तुत की जा सकेंगी।
क्षेत्र के आधार पर होगा
अभ्यावेदन निराकरण के लिए नवीन सोसाइटी के गठन के संबंध में कुछ मार्गदर्शी बिन्दु भी तय किए गए है। जिसमें सोसाईटी का ऋण वितरण सामान्य क्षेत्र के लिए दो करोड़ और अनुसूचित क्षेत्रों के समितियों के लिए एक करोड़ रुपये होगा। सोसाइटी के कार्य क्षेत्र में कृषि योग्य रकबा सामान्य क्षेत्र में कार्यरत सोसाइटी के लिए 1500 हेक्टेयर और अनुसूचित क्षेत्र में कार्यरत सोसाइटी के लिए 2000 हेक्टेयर होगा। सामान्य क्षेत्र में कार्यरत सोसाइटी के लिए 10 किलोमीटर तथा अनुसूचित क्षेत्र में कार्यरत सोसाइटी के लिए 20 किलोमीटर होगा। सोसाइटी की न्यूनतम सदस्यता 750 होगी। पुनर्गठन में ग्राम पंचायत एवं पटवारी हल्का का विखंडन न हो, अर्थात् एक ग्राम पंचायत और एक पटवारी हल्का के समस्त ग्राम एक ही सोसाइटी में हो। सोसाइटी का कार्य क्षेत्र दो विकासखण्डों या दो तहसीलों में न हो। सोसाइटी के ग्राम यथासंभव एक ही विधानसभा क्षेत्र में हो।
सहायक पंजीयक द्वारा दावा आपत्तियों का निराकरण करेंगे
सोसाइटी मुख्यालय में पहुंच हेतु नदी, नाले आदि बाधक न हो। सोसाइटी का मुख्यालय यथांभव वहीं हो, जहां पर गोदाम, अन्य आधारभूत संरचना निर्मित हो। जिलों के उप और सहायक पंजीयक द्वारा दावा आपत्तियों के निराकरण से संतुष्ट होने पर संबंधित सदस्य, व्यक्ति संभागीय संयुक्त पंजीयक, सहकारी संस्थाओं के समक्ष 7 दिवस के भीतर अपील कर सकेगा। इसका निराकरण 7 दिवस में संभागीय संयुक्त पंजीयक द्वारा किया जाएगा।
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