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खुल गया मदिरालय. कब खुलेंगे देवालय ? क्या आस्था केंद्रों में तालाबंदी सही है ! भक्तों को किया भगवान से दूर, देशभर में कई मंदिर बंद

कोरोना इफैक्ट, बंद हुए देश के कई बड़े मंदिर

कोरोना वायरस लॉकडाउन में मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा बंद, 

भारत में आज लॉकडाउन में  शराब की दुकानें खुलीं तो देशभर में ख़रीददारों की लाइन लग गई.

शराब की बिक्री तो शुरू कर दी गई है लेकिन बाक़ी कारोबार बंद हैं. मंदिरों के पट बंद है

ऐसे में सवाल उठा है कि शराब की बिक्री सरकारों के लिए इतनी ज़रूरी क्यों हैं.

दरअसल, शराब और पेट्रोल ये दो ऐसे उत्पाद हैं जिन पर राज्य सरकारें अपनी ज़रूरत के हिसाब से टैक्स लगाकर सबसे ज़्यादा राजस्व वसूलती हैं.

माना जा रहा है कि राज्य सरकारों को हो रहे राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए ही लॉकडाउन के बावजूद शराब की दुकानें खोली गई हैं.

केंद्र सरकार (Government) ने राज्यों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है. कंटेनमेंट एरिया में जरूर प्रतिबंध लागू कर रखा है. सरकार (Government) के एक निर्णय की प्रक्रिया बड़ी तीव्र हो रही है.

कई धर्मगुरुओं और नागरिकों की ओर से यह कहा गया है की मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सरकार (Government) ने बंद कर रखे हैं, वहीं शराब की दुकानें खोलने की अनुमति देकर लोगों की भावनाओं पर ठेस पहुंचाने का काम किया है. जिस तरीके से शराब की दुकानों में फिजिकल डिस्टेंस बनाकर लोग शराब ले रहे हैं, वैसे ही मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे में जाकर फिजिकल डिस्टेंस बनाकर वह आराधना भी कर सकते थे.

लोगो के धार्मिक भावनाओं का ठेस पहुंच रही है  सरकार चाहे  मंदिरों में भी सोसल डिस्टेंस रख कर दर्शन किया जा सकता है।

इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना नाम के वायरस से दहशत में है। इस वायरस ने ऐसे हालात बना दिए हैं कि मॉल, सिनेमा घर, स्कूल, कॉलेज तक कई राज्यों में बंद कर दिए गए हैं। कहीं लोग इस वायरस के प्रकोप से बचने के लिए हवन, पूजन कर रहे हैं तो कहीं भगवान से कोरोना के कहर से बचाने की प्रार्थना कर रहे हैं। लेकिन इस बीच हालात ऐसे बन गए हैं कि कई मंदिरों में भगवान और भक्तों के बीच इस वायरस ने दूरियां बढ़ा दी है। आइए जानें किन-किन मंदिरों में कोरोना के कारण आई है भक्तों और भगवान के बीच दूरियां।
कोरोना वायरस के बढ़ते कहर का असर अब मंदिरों पर भी पड़ने लगा है। भीड़ से संक्रमण बढ़ने की आशंका को देखते हुए उत्तर और दक्षिण भारत की प्रसिद्ध मंदिरों के या तो कपाट बंद कर दिये गये हैं या श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करने से मना किया जा रहा है।

कोरोना के कारण, वैष्णो माता की यात्रा पर रोक

वैष्‍णो देवी मंदिर के श्राइन बोर्ड ने पहले अडवाइजरी जारी करके कहा था कि विदेश से भारत आने वाले भारतीय और विदेशी लोगों को कम से कम 28 दिन तक मंदिर में दर्शन करने की इजाजत नहीं है। लेकिन अब वैष्णो देवी मंदिर भी तीर्थयात्रियों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया है।

काशी विश्‍वनाथ मंदिर में गर्भ गृह पर रोक

काशी विश्‍वनाथ मंदिर स्थित बाबा दरबार के गर्भ गृह में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सुरक्षा कारणों से प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। दोपहर दो बजे के बाद से ही मंदिर प्रशासन ने इस संबंध में निर्णय लिया है। इससे पहले भी यहां अडवाइजरी जारी करके भक्‍तों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया था। माना जा रहा है कि 31 मार्च तक यहां सभी विदेशियों के आने पर रोक लगाने की तैयारी चल रही है।

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई


सोमवार रात को मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर को भक्‍तों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। भगवान गणेश के इस मंदिर में देश भर से भक्‍तजन दर्शन करने आते हैं। संक्रमण होने की आशंका के कारण मंदिर में फिलहाल भक्‍तों के दर्शन करने पर रोक लगा दी गई है।

साईं मंदिर, शिरडी

कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारी के फैलने की आशंका के चलते शिरडी साईं मंदिर के ट्रस्‍ट ने फिलहाल मंदिर भक्‍तों के लिए बंद करने का फैसला किया है। इस आदेश को तत्‍काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।

महाकाल मंदिर, उज्‍जैन

उज्‍जैन के महाकाल मंदिर में प्रात: होने वाली भस्‍म आरती के दर्शन पर भक्‍तों के लिए रोक लगा दी गई। वहीं यहां मंदिर में दर्शन को लेकर भी विशेष प्रकार की अडवाइजरी जारी कर दी गई है। भक्‍तों से आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी बनाने को कहा गया है।

जगन्‍नाथ मंदिर, उड़ीसा

उड़ीसा के जगन्‍नाथ मंदिर में विशेष प्रकार की नियमावली जारी करके सख्‍ती से पालने करने पर जोर दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं को पूजा के वक्‍त भी मास्‍क पहनना होगा और लगातार हाथ धोने होंगे। कतार में भी दूर-दूर खड़े होने को कहा जा रहा है।

पीतांबरा मंदिर, दतिया

मध्‍य प्रदेश के दतिया में स्थित पीतांबरा देवी का विश्‍व विख्‍यात मंदिर भी इस वक्‍त भक्‍तों के लिए बंद‍ किया गया है। यहां 5 अप्रैल तक भक्‍तों के आने पर रोक है। उसके बाद अगला आदेश आने पर मंदिर को भक्‍तों के लिए खोला जाए

दगदूशेठ हलवाई मंदिर, पुणे

पुणे में स्थित गणेशजी के दगदूशेठ हलवाई मंदिर को भी 17 मार्च से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। बंद होने से पहले भी मंदिर के दर्शन करने से पहले भक्‍तों को सेनिटाइजर इस्‍तेमाल करने के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा था।

बेलूर मठ, कोलकाता

कोलकाता में रामकृष्‍ण मठ के मुख्‍यालय में भी सभी प्रकार की सभाओं पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा यहां पर प्रसाद वितरण भी अब नहीं किया जा रहा है। यहां अगले आदेश तक कोई भी धार्मिक गतिविधि नहीं की जाएगी।

मेंहदीपुर बालाजी मंदिर, राजस्‍थान

राजस्‍थान के दुनिया भर में प्रसिद्ध मेंहदीपुर बालाजी मंदिर में भी भक्‍तों के दर्शन करने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। मंदिर ट्रस्‍ट ने बैठक करके यह फैसला लिया

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